मथुरा। चामुंडा मार्ग स्थित कृष्ण चंद गांधी सरस्वती शिशु मंदिर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत “शिशु नगरी” कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 3 से 6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के लिए क्रिया आधारित, खेल आधारित और अनुभव आधारित शिक्षण पद्धति पर केंद्रित था, जिसमें बच्चों को खेल एवं क्रियाओं के माध्यम से वास्तविक अनुभव प्राप्त कर शिक्षा देने की प्रक्रिया अपनाई गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या भारती पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री डोमेश्वर साहू, विद्या भारती ब्रज प्रदेश के संगठन मंत्री श्री हरी शंकर, श्री शिव कुमार, श्री रामकिशोर श्रीवास्तव (शिशु वाटिका प्रमुख) ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर श्री डोमेश्वर साहू ने विद्या भारती की क्रिया आधारित शिक्षण पद्धति की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा – शिशु नगरी जैसा कार्यक्रम बच्चों को वास्तविक जीवन से जोड़ता है। यह केवल रटने की प्रक्रिया को समाप्त करता है और बच्चों को स्वाभाविक रूप से सीखने का अवसर देता है। इस प्रयास से बच्चे अपनी क्षमता को बेहतर तरीके से पहचानते हैं और स्वावलंबी बनते हैं।”

श्री हरी शंकर ने भी अपने विचार साझा किए और इस प्रयास को बच्चों की समग्र शिक्षा और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
विद्यालय अध्यक्ष डॉ. गुलशन कुमार, व्यवस्थापक श्री कामता प्रसाद गुप्ता, कोषाध्यक्ष श्री नंदकिशोर अग्रवाल, प्रधानाचार्य श्री राजीव शर्मा, शिशु वाटिका प्रभारी श्रीमती रुचिरा वर्मा सहित समस्त स्टाफ इस आयोजन में उपस्थित रहा।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने कई प्रकार के चाट-पकौड़े के स्टॉल लगाए, जिनसे न केवल उनकी रचनात्मकता और स्वावलंबन को बढ़ावा मिला बल्कि दर्शकों ने भी इसका भरपूर आनंद लिया।
इस आयोजन में बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। सह प्रदेश निरीक्षक श्री हरवीर सिंह, सरस्वती विद्या मंदिर ब्रज प्रदेश प्रकाशन के निदेशक डॉ. राम सेवक, जिला समन्वयक श्री सुरेंद्र कुमार गोला, और कुमार प्रखर सहित कई अन्य विद्या भारती पदाधिकारी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।