विद्या भारती ब्रज प्रदेश कार्यालय में रंगों और उल्लास के साथ मनी होली।

मथुरा। विद्या भारती ब्रज प्रदेश (Vidya Bharti Braj Pradesh) कार्यालय में होली पर्व उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यालय के समस्त सदस्यों ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर इस उल्लासमय पर्व की शुभकामनाएं दीं। पूरा वातावरण भक्तिमय और आनंद से सराबोर रहा।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री चंद्रप्रकाश द्विवेदी (उपाध्यक्ष) द्वारा सभी उपस्थित बंधुओं को होली की शुभकामनाएं देने के साथ हुई। उन्होंने कहा कि होली भारतीय संस्कृति का अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जो आपसी प्रेम, भाईचारे और सद्भावना को बढ़ावा देता है। मथुरा-वृंदावन की होली का विशेष महत्व है, क्योंकि यह भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की लीलाओं से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा, “मथुरा की होली केवल रंगों का त्योहार नहीं, बल्कि यह प्रेम और अध्यात्म की अभिव्यक्ति भी है।”


डॉ. अजय कुमार शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि जिस प्रकार होली के रंग जीवन में खुशियां भरते हैं, उसी प्रकार हमें अपने जीवन को भी प्रेम, सद्भाव और सकारात्मकता से भरपूर बनाना चाहिए। उन्होंने कहा, “होली के रंग हमें सिखाते हैं कि जीवन में हर रंग का महत्व होता है, और हमें हर परिस्थिति को आनंद के साथ स्वीकार करना चाहिए।”

श्री होड़िल सिंह, क्षेत्रीय शारीरिक संयोजक ने होली के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह पर्व केवल रंगों का नहीं, बल्कि समाज में एकता और समरसता को मजबूत करने का माध्यम भी है।
कार्यक्रम में विशिष्ट रूप से डॉ. राकेश सारस्वत (शैक्षिक प्रमुख), श्री हरवीर सिंह चाहर (सह प्रदेश निरीक्षक), डॉ. रामसेवक (निदेशक, सरस्वती विद्या मंदिर ब्रज प्रदेश प्रकाशन) उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सुरेन्द्र कुमार गोला, राजहंस, सुनील कुमार, कालीचरन गौतम, रेवती राम, राजेंद्र कुमार, मदन, नवल, मुकेश वर्मा, राकेश पाठक, विश्वेंद्र गौतम एवं कुमार प्रखर सहित संपूर्ण कार्यालय परिवार ने एक-दूसरे को रंग-गुलाल लगाया और होली की बधाई दी।
सभी ने मिलकर हर्षोल्लास के साथ पारंपरिक होली गीत गाए और फूलों की होली खेली, जिससे माहौल भक्तिमय और आनंदमय बन गया। कार्यक्रम के अंत में सभी को मिठाई और गुझिया वितरित की गई, जिससे उत्सव की मिठास और अधिक बढ़ गई।