विद्यालयों का इतिहास संरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी – प्रदीप कुमार

मथुरा। माधव कुंज स्थित विद्या भारती ब्रज प्रदेश कार्यालय में अभिलेखागार विभाग की एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का शुभारंभ अखिल भारतीय अभिलेखागार संयोजक श्री प्रदीप कुमार और विद्या भारती ब्रज प्रदेश के संगठन मंत्री श्री हरीशंकर ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
श्री प्रदीप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यालयों के अभिलेख केवल दस्तावेज नहीं, बल्कि उनकी पहचान और गौरव का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, “अभिलेखों के माध्यम से हम विद्यालय के इतिहास को संरक्षित रखते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मजबूत नींव तैयार करते हैं। विद्यालय की प्रगति और उपलब्धियों को सही ढंग से संरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है। प्रत्येक विद्यालय में अभिलेखों के सुव्यवस्थित प्रबंधन से न केवल संस्था की विश्वसनीयता बढ़ती है, बल्कि इससे संस्था के विकास में भी मदद मिलती है।”

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि विद्यालयों को अपने सभी दस्तावेजों को डिजिटलीकृत करने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए, ताकि अभिलेख लंबे समय तक सुरक्षित रहें।
बैठक में विद्या भारती ब्रज प्रदेश के समन्वयक श्री प्रमोद वर्मा ने ब्रज प्रांत के वर्तमान स्वरूप पर चर्चा की और विभागीय कार्यों की प्रगति पर प्रकाश डाला।

पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र के अभिलेखागार प्रमुख श्री कमलजी ने अभिलेखों के प्रबंधन के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं और उपकरणों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया।
इस अवसर पर डॉ. भूपेन्द्र कुमार सह प्रदेश निरीक्षक, श्री देवेन्द्र यादव प्रदेश निरीक्षक (जन शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश), श्री हरवीर सिंह चाहर सह प्रदेश निरीक्षक (शिशु शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश), प्रांतीय संयोजक अभिलेखागार श्री सतेंद्र चौहान और श्री उत्तम सिंह उपस्थित रहे।
बैठक में 12 जिलों के प्रधानाचार्य भी उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से श्री महेश दुबे, श्री दुष्यन्त कुमार, श्री रजनीकांत दुबे, श्री कालिका प्रसाद, श्री सुनील कुमार सिंह, श्री कुरेन्द्र सिंह, और श्री सौरभ वार्ष्णेय शामिल थे।