भारतीय भाषा उत्सव’ में दिखी भारतीय संस्कृति की झलक

अलीगढ़। सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खैर रोड में बहुभाषीय विद्वान एवं स्वतंत्रता सेनानी महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती के अवसर पर “भारतीय भाषा दिवस” के अवसर पर भारतीय भाषा उत्सव मनाया गया। इस वर्ष के भारतीय भाषा उत्सव का थीम है “भाषाओं के माध्यम से एकता”, जो यह दर्शाता है कि भारत की विविध भाषाई परंपराएँ राष्ट्रीय एकता को कैसे प्रोत्साहित करती हैं और एक सामंजस्यपूर्ण समाज का निर्माण करती हैं।
विद्यार्थियों ने विविध प्रदेशों की भाषाओं की विशेषताओं के साथ उन प्रदेशों के खानपान, त्योहार, नृत्य आदि से जुड़ी जानकारी को सँजोये प्रदर्शनी लगाई। विविधताओं से भरी प्रदर्शनी को देखकर सभी प्रफुल्लित हुए। छात्राओं ने बंगाली गीत ‘एकला चलो रे’ गाकर विविध संस्कृति से परिचय कराया।
विद्यार्थियों ने नाटक के माध्यम से भाषा कौशल को भी दर्शाया। इस अवसर पर अध्यक्षा उमेश कुमारी ने कहा कि भाषा उत्सव सीबीएसई की अनूठी पहल है। इससे विद्यार्थियों को भारत की विभिन्न भाषाओं की जानकारी मिलेगी, साथ ही उनको जानकर वे स्वयं के शब्दकोश को वृहद बना सकेंगे।


इस अवसर पर प्रबन्धक डॉ. राजीव अग्रवाल ने कहा कि भारत अपने विशाल भौगोलिक क्षेत्र में असंख्य भाषाओं के सह-अस्तित्व के माध्यम से अनेकता में एकता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है। भाषा की दृष्टि से अपना भारत समृद्ध है। ऐसे में हमें यह उत्सव भाषा को और अधिक जानने का अवसर प्रदान करता है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य यशवीर सिंह ने कहा कि मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं को शिक्षण माध्यम के रूप में अपनाकर भारतीय भाषाओं के विकास और संवर्धन को सुनिश्चित करती है। भाषा उत्सव भाषा को बेहतर करने का अवसर है।
इस अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य अशोक कुमार, सुरभि केला, सुभाष शर्मा, प्रिया, शिखा गुप्ता, प्रीति वार्ष्णेय, मोनिका शर्मा, चंद्रप्रकाश पाण्डेय, जोया राना, गोपाल पचौरी, नूतन शर्मा, संजू, पूजा पाराशर, रेखा, छाया शर्मा, शशिबाला, प्रतिभा जादौन का महत्वपूर्ण योगदान रहा।