गणेश राम नागर सरस्वती बालिका विद्या मंदिर में ‘कथकनाट्यम’ का अद्भुत संगम

आगरा। नृत्य और संगीत मानव के जीवन को सरस और आनंदमय बनाते हैं। ऐसे ही भावों की अभिव्यक्ति हेतु 29 अप्रैल 2025 को विद्या भारती से सम्बद्ध गणेश राम नागर सरस्वती बालिका विद्या मंदिर बलकेश्वर में ‘अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्जवलन और पुष्पार्चन कर सरस्वती वंदना की गई। तत्पश्चात उत्तर भारत की शास्त्रीय संगीत की कथक शैली और दक्षिण भारतीय, भारतनाट्यम शैली, इन दोनों का मिश्रित फ्यूजन, विद्यालय की 1100 से अधिक छात्राओं द्वारा विद्यालय के प्रांगण में प्रस्तुत किया गया।

कक्षा सप्तम से द्वादश तक की छात्राओं ने इस नृत्य को भाव, राग और ताल तीनों के समावेश के साथ अत्यंत ही मनमोहक मुद्रा में प्रस्तुत किया। नृत्यकला सांस्कृतिक और जातीय बाधाओं को पार कर सभी को एक साथ लाने का एक सशक्त माध्यम है। प्राचीन काल से ही शास्त्रीय संगीत और नृत्य भारतीय जीवन शैली का प्रमुख अंग रहे हैं। कथक और भरतनाट्यम के इस अद्भुत संगम को देखने के लिए विद्यालय परिवार की प्रबंध समिति के समस्त सदस्य उपस्थित रहे। नृत्य का निर्देशन आचार्या पूनम शर्मा एंव श्वेता गुप्ता के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमान राकेश गर्ग जी, लघु उद्योग निगम के द्वारा की गई तथा मुख्य अतिथि बबीता चौहान जी रहीं, जो महिला आयोग की अध्यक्ष है। प्रधानाचार्या का इस कार्य में पूर्ण सहयोग रहा। सभी ने इस कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। विद्यालय परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। ‘कथकनाट्यम’ के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्राओं की लगन और निरंतर अभ्यास तथा आचार्याओं का पूर्ण सहयोग रहा। विगत वर्ष भी इसी प्रकार की एक नृत्य नाटिका ‘नृत्यम’, विद्यालय की 500 छात्राओं द्वारा कथक शैली में प्रस्तुत की गई।
ऐसी अद्भुत प्रस्तुति न केवल आगरा में, अपितु ब्रज प्रदेश में सर्वप्रथम गणेश राम नागर विद्यालय के द्वारा प्रस्तुत की गई है। इसी श्रृंखला में यह हमारा नृत्य के क्षेत्र में पुन: एक उत्तम प्रयास है।
इस कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉक्टर नीलू शर्मा जो प्रख्यात तबला वादक है, उन्होंने बच्चों की नृत्य प्रस्तुति की प्रशंसा की और बताया कि किसी भी कला को समर्पण भाव से ही सीखा जा सकता है। प्रधानाचार्या ने सभी का आभार व्यक्त किया, तथा आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।