भारतीय शिक्षा मूल्यों के नवाचार की दिशा में बढ़ने का संदेश

विद्या भारती ब्रज प्रदेश के तत्वावधान में सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खैर मार्ग, अलीगढ़ में आयोजित प्रधानाचार्य कार्य योजना एवं समीक्षा बैठक 2025-26 का समापन गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ। बैठक का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें विद्या भारती से जुड़े अनेक अनुभवी एवं प्रेरणादायी वक्ताओं ने मार्गदर्शन प्रदान किया।
समापन सत्र के मुख्य वक्ता विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री यतींद्र शर्मा जी ने कहा कि आज के प्रधानाचार्य केवल विद्यालयों के प्रशासक नहीं, बल्कि समाज के सशक्त नेतृत्वकर्ता हैं। उन्हें विद्यालय को सामाजिक परिवेश से जोड़ते हुए बच्चों में स्थानीय समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व की भावना विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आधुनिकता की अंधी दौड़ में भागने की बजाय हमें भारतीय परंपरागत मूल्यों को अपनाना होगा। पंचपदीय शिक्षा पद्धति जैसे भारतीय शिक्षण प्रयोगों को प्रभावी रूप से लागू कर ही छात्रों के सर्वांगीण विकास की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सकता है।

उन्होंने कहा चिंतन बैठकों के माध्यम से विद्यालयों को अपनी कार्य योजना का मूल्यांकन करना चाहिए।
श्री यतींद्र शर्मा जी ने अपने भावुक अनुभव साझा करते हुए कहा, “जब कोई बालक देशभर में गर्व से कहता है कि वह सरस्वती शिशु मंदिर का छात्र रहा है, तो उसमें जो आत्मीयता और अपनत्व होता है, वह हमारे कार्य की सच्ची सफलता का प्रमाण है।”
इसके पश्चात भारतीय शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश के मंत्री श्री अनिल गर्ग जी ने सभी प्रधानाचार्यों से आह्वान किया कि वे नवाचार और लोककल्याण की दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि विद्यालयों को समाज से जोड़ना, सामाजिक सहभागिता बढ़ाना और शिक्षा को सेवा से जोड़ना आज की आवश्यकता है। हमारा उद्देश्य केवल अच्छे अंक या परिणाम नहीं, बल्कि समाज निर्माण होना चाहिए।

बैठक के दौरान संकुल प्रमुखों ने अपनी-अपनी संकुल योजनाओं तथा आगामी कार्ययोजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया। प्रदेश निरीक्षक श्री यशवीर सिंह जी ने खेलकूद के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बालकों के सर्वांगीण विकास हेतु खेलों में सहभागिता आवश्यक है और प्रत्येक छात्र को इस दिशा में अवसर मिलना चाहिए।
विद्यालय प्रबंधक (खैर मार्ग) डॉ. राजीव अग्रवाल ने इस आयोजन को सौभाग्य की बात बताते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम की मेज़बानी की इच्छा प्रकट की। और सभी प्रतिभागी प्रधानाचार्यों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में श्री अनिल गर्ग जी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर विद्या भारती ब्रज प्रांत के संगठन मंत्री श्री हरी शंकर जी, विभाग प्रचारक श्री गोविंद जी, विभाग कार्यवाह योगेश जी, प्रांतीय प्रतिनिधि दयाल शर्मा, कोषाध्यक्ष सुदेश गौड़, उप प्रबंधक रामबाबू वार्ष्णेय, क्षेत्रीय समन्वयक होड़िल सिंह, प्रधानाचार्य विजय प्रकाश शर्मा, अशोक कुमार, राजेन्द्र कुमार, विश्वेन्द्र गौतम, पल्लव एवं कुमार प्रखर सहित अनेक शिक्षाविद्, पदाधिकारी एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे।