विद्यालय समाज के केंद्र बनें — श्री यतीन्द्र कुमार शर्मा

विद्या भारती ब्रज प्रदेश (Vidya Bharti Braj Pradesh) द्वारा आयोजित प्रधानाचार्य कार्य समीक्षा एवं योजना बैठक के द्वितीय दिवस का शुभारंभ राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री यतीन्द्र कुमार शर्मा ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। उनके साथ मंच पर विद्या भारती ब्रज प्रदेश के संगठन मंत्री श्री हरीशंकर, प्रदेश निरीक्षक श्री यशवीर तथा मेजबान विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री विजय प्रकाश शर्मा उपस्थित रहे। अतिथियों का परिचय श्रीमती प्रेमा पानू ने कराया और स्वागत श्री विजय प्रकाश जी ने पटका पहनाकर किया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्री यतीन्द्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि विद्या भारती का प्रत्येक विद्यालय केवल शिक्षण संस्था नहीं, अपितु समाज निर्माण का केंद्र है। विद्यालय की श्रेष्ठता का निर्धारण किसी प्रणाली से नहीं, समाज द्वारा होता है। उन्होंने कहा — “हमारा विद्यालय समाज का विद्यालय है, संगठन का विद्यालय है। समाज की कसौटी पर विद्यालय अच्छा बनता है। जब समाज को विद्यालय से निष्ठा, संस्कार और सेवा मिले, तभी वह इसे अपना कहेगा।”
उन्होंने श्री कृष्ण चंद गांधी के योगदान को स्मरण करते हुए विद्यालय स्थापना में समाज की भागीदारी को सराहा। श्री शर्मा ने कहा कि हमें शिक्षण के साथ-साथ खेल, संस्कार, कल्पनाशक्ति, पर्यावरण संरक्षण, पशु-पक्षियों के लिए दाना, परिवार एवं कुटुंब प्रबोधन जैसे कार्यों को भी विद्यालयीय जीवन में शामिल करना चाहिए। उन्होंने पंचकर्म— भाषा, भोजन, वेश, भजन और भ्रमण — को जीवन शैली में उतारने की प्रेरणा दी और स्वभाषा, स्वदेश व स्वविचार के माध्यम से समाज को पुनर्निर्माण की दिशा में ले जाने का आह्वान किया।

उन्होंने जोर देकर कहा कि नागरिक कर्तव्य, समरसता, संस्कार, अनुशासन और अभिभावक प्रबोधन जैसे तत्व विद्यालय को संपूर्ण बनाते हैं। “ज्ञान की दृष्टि से हमारा विद्यालय श्रेष्ठ हो, इसके लिए पुस्तकालय, कोर्स, संसाधन, प्रशिक्षण और संस्कृतिक परिवेश की दिशा में प्रयास आवश्यक हैं,”

कार्यक्रम में विभिन्न विषयों पर विचार प्रस्तुत किए गए। प्रांतीय विज्ञान प्रमुख श्री नरेंद्र शर्मा ने बताया कि ब्रज प्रांत की विज्ञान टीम ने राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है तथा जयपुर में आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगिता में छह भैया-बहनों ने स्थान पाया है। वैदिक गणित प्रमुख श्री बालकिशन अग्रवाल ने ब्रज क्षेत्र में वैदिक गणित की प्रगति पर प्रकाश डाला। आगरा के प्रधानाचार्य श्री कृष्णकांत द्विवेदी ने अंग्रेजी विषय के प्रशिक्षण पर बल देते हुए शिक्षकों की सहभागिता को आवश्यक बताया।
पूर्व छात्र परिषद के विभाग संयोजक श्री अतुल ने विद्या भारती के पूर्व छात्रों के संगठित प्रयासों की चर्चा करते हुए विद्या भारती पूर्व छात्र पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन को आवश्यक बताया। फिरोजाबाद के प्रधानाचार्य श्री प्रमोद वर्मा ने योग और पर्यावरण जैसे विषयों को विद्यालयी जीवन में आवश्यक अंग बताया।
शिक्षण प्रशिक्षण प्रमुख श्री अजय कुमार शर्मा ने NCF पर आधारित शिक्षण विधियों पर PPT के माध्यम से प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि परीक्षा परिणाम, प्रवेश की स्थिति, अनुशासन, संस्कार और विद्यालयीय कार्यक्रम — ये सभी शैक्षिक उत्कृष्टता के प्रमुख मापदंड हैं।
कार्यक्रम में भारतीय शिक्षा समिति ब्रज प्रदेश के मंत्री श्री अनिल कुमार गर्ग का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। साथ ही श्री चंद्र प्रकाश द्विवेदी (उपाध्यक्ष), श्री होड़िल सिंह (क्षेत्रीय संयोजक, शारीरिक शिक्षा), श्री राम किशोर श्रीवास्तव (शिशु वाटिका प्रमुख), श्री महेंद्र पाल (संस्कार केंद्र प्रमुख), श्री धर्मेन्द्र कुमार शर्मा (प्रांतीय प्रचार प्रमुख) सहित कई अन्य प्रमुख शिक्षण अधिकारी, विद्यालय शैक्षिक समन्वयक अशोक कुमार, पल्लव शर्मा एवं कार्यालय से श्री राजेन्द्र कुमार, राकेश पाठक, विश्वेन्द्र गौतम और कुमार प्रखर की उपस्थिति रही।