एक कदम अंतरिक्ष की ओर

अलीगढ़। छर्रा स्थित श्री शान्ती देवी कल्याण दास सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल में विज्ञान और खगोलशास्त्र के प्रति छात्रों की रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से ‘एक कदम अंतरिक्ष की ओर’ नामक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व विद्यालय के माननीय प्रधानाचार्य श्री बालकृष्ण अग्रवाल ने किया, जिसमें छात्रों को दूरबीन के माध्यम से सौरमंडल के विभिन्न ग्रहों का अवलोकन कराया गया।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने चंद्रमा, बृहस्पति, शनि, बुध और अन्य ग्रहों को नजदीक से देखा, जिससे उनकी खगोलशास्त्र के प्रति जिज्ञासा और ज्ञान में वृद्धि हुई। इस आयोजन में विद्यालय के पूर्व छात्र श्री सौरभ गुप्ता का सराहनीय योगदान रहा, जिनके सहयोग से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो सका।
कार्यक्रम की सफलता में अजय तलवार, राकेश राव, पारुल और सोनम की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन सभी के संयुक्त प्रयासों से छात्रों को सौरमंडल के ग्रहों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ, जिससे उनकी वैज्ञानिक समझ में निखार आया।
इस उपलब्धि पर विद्यालय के अध्यक्ष श्री राजीव बंसल, प्रबंधक श्री राकेश गर्ग और विद्यालय के प्रेरणा स्रोत बड़े दिनेश जी ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने छात्रों को इस अद्वितीय अनुभव के लिए बधाई दी और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की इच्छा व्यक्त की।

विद्यालय की प्रबंध समिति के कोषाध्यक्ष श्री विपुल गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। समिति के उपाध्यक्ष श्री सुभाष चंद्र अग्रवाल, सदस्य श्री नवनीत महेश्वरी, श्री राजीव अग्रवाल, श्री दीपक गुप्ता, श्री लक्ष्मी नारायण माहौर, डॉ. प्रहलाद सिंह, कार्यक्रम के संयोजक श्री राजकुमार कुशवाह, उप प्रधानाचार्य श्री पुष्पेन्द्र चतुर्वेदी, श्री जयप्रकाश, श्री मदनलाल, श्री राजाराम, श्री अतुल शर्मा, श्री सौरवदीप सिंह, श्री मुनेश कुमार सहित सभी आचार्यों ने कार्यक्रम में सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
‘एक कदम अंतरिक्ष की ओर’ कार्यक्रम ने छात्रों के बीच विज्ञान और खगोलशास्त्र के प्रति उत्साह और जिज्ञासा को बढ़ावा दिया है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से छात्रों की वैज्ञानिक सोच विकसित होती है और वे भविष्य में विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रेरित होते हैं।
विद्यालय प्रशासन ने भविष्य में भी ऐसे शैक्षिक और प्रेरणादायक कार्यक्रमों के आयोजन की प्रतिबद्धता जताई है, जिससे छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त हो सके। इस प्रकार के प्रयासों से न केवल छात्रों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि वे समाज के जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में भी अग्रसर होंगे।
कार्यक्रम के अंत में, प्रधानाचार्य श्री बालकृष्ण अग्रवाल ने सभी छात्रों को उनके उत्साह और सक्रिय भागीदारी के लिए सराहा और उन्हें भविष्य में भी विज्ञान के प्रति अपनी जिज्ञासा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद करते हैं।