सरस्वती विद्या मंदिर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से छात्र संसद का गठन

अलीगढ़। श्री शांति देवी कल्याण दास सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, छर्रा में लोकतांत्रिक पद्धति के अंतर्गत छात्र संसद का गठन किया गया, जिसमें कक्षा तृतीय से लेकर कक्षा द्वादश तक के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस चुनाव प्रक्रिया में भक्ति गुप्ता को छात्रा प्रधानमंत्री चुना गया, जबकि भावना यादव को नेता प्रतिपक्ष के रूप में मनोनीत किया गया। विद्यालय के छात्र संसद के प्रमुख श्री गिर्राज शर्मा ने जानकारी दी कि यह संपूर्ण प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी एवं लोकतांत्रिक तरीके से सम्पन्न कराई गई।
चरणबद्ध चुनाव प्रक्रिया –
विद्यालय में छात्र संसद गठन के लिए सर्वप्रथम 7 अप्रैल को नामांकन प्रक्रिया आयोजित की गई। इसके पश्चात 8 अप्रैल को विभिन्न वर्गों में मतदान के माध्यम से छात्र सांसदों का चुनाव संपन्न हुआ। विद्यालय के 28 वर्गों (कक्षा III से XII) में से प्रत्येक से 5-5 छात्र सांसद निर्वाचित किए गए, साथ ही प्रत्येक कक्षा से एक छात्र को मनोनीत सांसद बनाया गया। इस प्रकार कुल 140 छात्र सांसदों की संसद गठित हुई।
9 अप्रैल को उन सांसदों में से ऐसे छात्रों का चयन किया गया जो कक्षा XII के हों और जिनके कक्षा XI में न्यूनतम 60% अंक प्राप्त हुए हों। इन पात्र छात्रों को छात्र प्रधानमंत्री पद हेतु आवेदन करने का अवसर दिया गया। तीन छात्रों—भक्ति गुप्ता, भावना यादव, और श्रीश चौरहा—ने अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत की।

प्रधानमंत्री चुनाव: लोकतंत्र का जीवंत उदाहरण –
11 अप्रैल को छात्र प्रधानमंत्री पद के लिए मतदान कराया गया, जिसमें कुल 140 सांसदों में से 119 सांसदों ने मतदान किया। भक्ति गुप्ता को 73 वोट प्राप्त हुए और उन्होंने भारी बहुमत से विजय प्राप्त की। भावना यादव को दूसरे स्थान पर और श्रीश चौरहा को तीसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
इस चुनाव प्रक्रिया ने न केवल छात्रों में लोकतंत्र की गहराई से समझ विकसित की, बल्कि उन्हें जिम्मेदारी का एहसास भी कराया। विद्यालय परिसर में बच्चों ने मतदान केंद्र, मतपेटी, मतदाता पर्ची, पहचान-पत्र जैसे सभी व्यवस्थाओं को अपनाया, जिससे माहौल एक वास्तविक चुनाव जैसा प्रतीत हो रहा था।
छात्रों को सौंपी गई व्यवस्थाएं –
चुने गए सांसदों में से प्रत्येक वर्ग के 6 सांसदों को प्रमुख विषयों का प्रतिनिधि नियुक्त किया गया, जो कक्षा प्रतिनिधि (Class Representative) के रूप में कार्य करेंगे। इसके अतिरिक्त सांसदों को विद्यालय की प्रमुख व्यवस्थाओं—जैसे फर्नीचर, जल एवं विद्युत, पुस्तकालय, खेल, वंदना तथा चिकित्सा की जिम्मेदारी भी दी गई है।
यह संरचना छात्रों को अनुशासन, नेतृत्व, प्रबंधन और समस्या समाधान जैसी क्षमताओं से लैस करती है। इन व्यवस्थाओं के माध्यम से विद्यार्थी अपने सहपाठियों की समस्याओं को समझकर, शिक्षकगण से समन्वय करते हुए समाधान प्रदान करते हैं।
विद्यालय प्रशासन की सराहना –
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री बालकिशन अग्रवाल ने सभी चुने गए सांसदों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि — “छात्र संसद जैसी रचनात्मक गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थी जीवन के आरंभिक चरण में ही नेतृत्व और जिम्मेदारी के भाव सीखते हैं, जो भविष्य में उन्हें एक बेहतर नागरिक बनने में मदद करता है। यह अभ्यास विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान और सामाजिक चेतना से जोड़ता है।”
विद्यालय प्रबंधक श्री राकेश गर्ग, अध्यक्ष श्री राजीव बंसल, उपाध्यक्ष श्री सुभाष अग्रवाल ‘रेडियो वाले’, कोषाध्यक्ष श्री विपुल गुप्ता, सदस्य श्री राजीव अग्रवाल, (सभासद) श्री नवनीत महेश्वरी ने भी इस आयोजन की सराहना करते हुए सभी छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
लोकतंत्र की नींव: शिक्षा से संस्कार तक
छात्र संसद का उद्देश्य केवल पदों का वितरण नहीं, अपितु विद्यार्थियों में सेवा, समर्पण और सहभागिता की भावना को प्रबल बनाना है। यह प्रक्रिया उन्हें भावी जीवन में जिम्मेदार नागरिक बनने की दिशा में अग्रसर करती है।
विद्या भारती विद्यालयों में छात्र संसद का गठन वर्षों से एक परंपरा रही है, जिसे हर वर्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत लागू किया जाता है। इस वर्ष भी इस परंपरा को पूरी निष्ठा और उत्साह के साथ निभाया गया। न केवल छात्रों बल्कि अभिभावकों में भी इस आयोजन को लेकर उत्सुकता और गर्व का भाव देखने को मिला।
नव-निर्वाचित छात्रा प्रधानमंत्री भक्ति गुप्ता का संकल्प –
चुनाव में विजय प्राप्त करने के उपरांत भक्ति गुप्ता ने सभी सांसदों का धन्यवाद करते हुए कहा, “यह मेरी जीत नहीं, हम सभी छात्रों की जीत है। मैं अपने विद्यालय के अनुशासन, सौहार्द और शिक्षा व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगी।”
भक्ति ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि वह एक टीम भावना के साथ कार्य करेंगी और सभी सांसदों को साथ लेकर विद्यालय की विभिन्न व्यवस्थाओं में सहयोग करेंगी।