श्री शांति देवी कल्याण दास सरस्वती विद्या मंदिर, छर्रा में छात्र स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन

अलीगढ़। श्री शांति देवी कल्याण दास सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल, छर्रा में बच्चों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ उनके शारीरिक स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है। इसी क्रम में विद्यालय में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन इस वर्ष भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
वर्तमान में भीषण गर्मी, तापमान में तीव्र वृद्धि, हीट वेव तथा लगातार मौसम में हो रहे असामान्य परिवर्तन को देखते हुए विद्यालय प्रशासन ने समय रहते छात्रों के स्वास्थ्य की जाँच सुनिश्चित करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, छर्रा के सहयोग से इस शिविर की व्यवस्था की। इस परीक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य छात्रों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की प्रारंभिक पहचान करना, उनकी रोकथाम हेतु आवश्यक परामर्श देना एवं छात्रों को स्वच्छता तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनाना रहा।
दंत परीक्षण – सही खानपान और सफाई से स्वस्थ जीवन की ओर
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री बालकिशन अग्रवाल ने जानकारी दी कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छर्रा से पधारे अनुभवी चिकित्सक डॉ. जीशान एवं डॉ. गौरव शाक्य ने छात्रों का दंत परीक्षण किया। बच्चों के दांतों की स्थिति का मूल्यांकन करते हुए उन्होंने बताया कि आजकल बच्चों में दांतों की समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं, जिसका मुख्य कारण अनुचित खानपान, मीठे पदार्थों का अत्यधिक सेवन एवं उचित सफाई न रखना है। उन्होंने बच्चों को दांतों की देखभाल से संबंधित जरूरी उपाय जैसे दिन में दो बार ब्रश करना, मीठे खाद्य पदार्थों से बचाव, नियमित दंत जांच आदि की जानकारी दी
इसके साथ ही डॉक्टरों ने दांतों से संबंधित सामान्य रोग जैसे कैविटी, मसूड़ों की सूजन, दांतों में दर्द आदि के बारे में विस्तार से बताया तथा उनसे बचने के उपायों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को जागरूक किया कि प्रारंभिक अवस्था में ही यदि इन समस्याओं को पहचाना जाए, तो आगे चलकर गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।

नेत्र परीक्षण – स्क्रीन टाइम और आंखों की सुरक्षा
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद कुमार ने विद्यार्थियों की आंखों की जाँच की। उन्होंने विशेष रूप से आज के डिजिटल युग में बढ़ते मोबाइल और कंप्यूटर उपयोग के कारण आंखों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों पर ध्यान दिलाया। कई छात्रों में प्रारंभिक दृष्टि दोष पाए गए, जिन्हें समय पर उचित इलाज और चश्मा पहनने की सलाह दी गई।
डॉ. प्रमोद ने बच्चों को स्क्रीन टाइम कम करने, पढ़ते समय उचित रोशनी रखने, हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए आंखें आराम देने जैसी सरल लेकिन प्रभावशाली आदतें अपनाने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि संतुलित आहार, जिसमें हरी पत्तेदार सब्जियाँ, गाजर, आंवला, और अन्य विटामिन-ए युक्त खाद्य शामिल हों, आंखों के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं।
स्वास्थ्य परीक्षण के सफल संचालन में शिक्षक व प्रबंधन की सक्रिय भूमिका
इस शिविर के सफल संचालन में विद्यालय के शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम के संयोजक श्री सुनील कुमार और श्रीमती रजनी चौधरी ने संपूर्ण परीक्षण प्रक्रिया की निगरानी करते हुए यह सुनिश्चित किया कि सभी छात्रों की जांच सुचारु रूप से एवं समय पर हो।
विद्यालय के प्रबंधक श्री राकेश कुमार गर्ग ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पधारी हुई डॉक्टरों की टीम का विद्यालय प्रांगण में स्वागत करते हुए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि “छात्रों का शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य उनकी शिक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस प्रकार के आयोजन से हम न केवल बीमारियों की पहचान कर पाते हैं, बल्कि बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी बना पाते हैं।”

समाज सेवा की दिशा में विद्यालय की प्रेरणादायक पहल
विद्यालय अध्यक्ष श्री राजीव बंसल, कोषाध्यक्ष श्री विपुल गुप्ता, सदस्य श्री राजीव अग्रवाल, श्री नवनीत महेश्वरी एवं श्री कुमार गौरव अग्रवाल ने भी इस अवसर पर अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई और बच्चों को अच्छे स्वास्थ्य की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने विद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के साथ स्वास्थ्य की चिंता करना ही एक सच्चे शिक्षण संस्थान की पहचान है
उन्होंने डॉक्टरों की टीम को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए यह आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी इस प्रकार के शिविर समय-समय पर आयोजित होते रहेंगे जिससे छात्रों का स्वास्थ्य उत्तम बना रहे।
छात्रों और अभिभावकों में उत्साह
स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के आयोजन से न केवल छात्रों में उत्साह देखा गया बल्कि अभिभावकों ने भी विद्यालय की इस पहल की सराहना की। कई अभिभावकों ने फोन या व्यक्तिगत रूप से विद्यालय आकर स्वास्थ्य परीक्षण की रिपोर्ट जानने की रुचि दिखाई। इससे स्पष्ट होता है कि समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और विद्यालय इस दिशा में सकारात्मक भूमिका निभा रहा है।